Monday, 6 April 2015

मोदी के भाषण 7 ख़ास बातें


कुछ लोगों का कहना है कि विकास और पर्यावरण परस्पर विरोधी बातें हैं. ये विचार ग़लत है, दोनों संभव हैं. भारत सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और बायोमास से बनने वाली ऊर्जा पर ज़्यादा ध्यान देगा. जल-वायु परिवर्तन से निपटने में भारत पूरी दुनिया का नेतृत्व कर सकता है. देश में बाघों की संख्या बढ़ी है जो गौरव की बात है. उपभोक्तावादी जीवनशैली बदलने की ज़रूरत है. जहां उपभोग की प्रवृत्ति कम है वहां प्रकृति का शोषण कम है. दुनिया में रीसाइक्लिंग (दोबारा इस्तेमाल) की बड़ी चर्चा है. हमारे यहां सालों से घरों में ये प्रवृत्ति रही है. जंगल और आदिवासियों की ज़मीन का भूमि अधिग्रहण क़ानून से कोई संबंध नहीं है. समाज को गुमराह किया जा रहा है

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